श्मशान घाट पर मना बर्थडे, भय का माहौल खत्म करने के लिए किया इस तरह का आयोजन

गोंदिया, दि. 07 नोव्हेंबर : अपना जन्मदिन खास हो इसके लिए अधिकांश लोग एक माह पूर्व से ही आयोजन की तैयारिया में जुट जाते है। क्यों कि बर्थ डे हर किसी के लिए खास दिन होता है। जन्मदिन पर आने वाले अतिथियों की खास व्यवस्था के लिए होटल, फार्म हाउस या कोई बड़े लॉन में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

लेकिन गोरेगांव तहसील के पिंडकेपार निवासी पत्रकार भरत घासले ने कुछ ऐसी तैयारी की के सुनकर कोई भी सोच में पड़ जाएगा। भरत घासले ने अपना जन्मदिन एक श्मशान भूमि पर मनाया । वह 4 नंवबर को 47 साल के हुए और अपने जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए सोमवार (4 नवंबर) को पिंडकेपार श्मशान भूमि पर एक पार्टी का आयोजन किया। इस पार्टी में मेहमानों को भोजन और केक परोसा गया। इस पार्टी का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर पत्रकार भरत घासले ने ऐसी प्लानिंग क्यों की ? दरअसल उनका मकसद श्मशान भूमि को लेकर लोगों में जो भय का माहौल बना हुआ है। उसे खत्म कर श्मशान घाट यह शांति धाम है। यह संदेश देना था। यही वजह रही कि कि उन्होंने श्मशान घाट पर जन्मदिन मनाने की सोची।

इस मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों ने जब उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि श्मशान भूमि का नाम लेते ही महिला, पुरुष व बच्चो मे डर का माहौल बन जाता है। दिन हो या रात किसी भी समय श्मशान भूमि पर जाने के लिए अधिकांश लोग कतराते है। भय का माहौल खत्म करने की प्रेरणा उन्हें मोक्ष धाम सेवा समिति गोंदिया से मिली।

इस समिति ने मोक्षधाम की साफ सफाई, ऑक्सीजन पार्क ताकि यहां पर हर कोई किसी भी समय आकर सैर कर सके। धीरे धीरे डर का माहौल खत्म हो गया और गोंदिया के मोक्षधाम मे सैर सपाटा करनेवालों की भीड़ होने लगी। उन्होंने कहा कि वह लोगों को यह संदेश भी देना चाहते थे कि भूत-प्रेत कुछ नहीं होते। उन्होंने बताया कि पिंडकपार श्मशान भूमि पर 1 हजार से अधिक विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण किया गया है। पौधों का संवर्धन सामाजिक वनीकरण विभाग द्वारा किया जा रहा है। जल्द ही यह मोक्षधाम शांति धाम मे बदलकर हरि भूमि के रूप मे पहचाना जाएगा।

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